संस्कार बदल गए

कुछ दिनों से देखने में आ रहा है कि जो लोग 
संस्कारो के सहारे रहते थे या ।
उनका पालन करते थे।
आज वे सब अपने मूल संस्कारो को भूल कर ।
विदेशी संस्कारो को अपनाते
 जा रहे है।  जैसे कि
सत्संग ना सुनकर युवा पीढ़ी फिल्मों पर ज्यादा ध्यान देने लग गई। जिससे कि समाज में  बुराई बढ़ती है

तथा संत रामपाल जी महाराज जी अपने तत्व ज्ञान के प्रकाश से समाज की सारी बुराइयां और सब कुरूर्तियो को मिटा रहे है।
  • और सर्व मानव समाज को एक  सत ज्ञान (भक्ति )सच्चाई  के रास्ते बांध रहे है।

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